अगर आप चेक के ज़रिए लेन-देन करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। बढ़ते चेक बाउंस मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने 1 अप्रैल 2025 से पूरे देश में नए नियम लागू कर दिए हैं। इनका उद्देश्य वित्तीय धोखाधड़ी पर लगाम लगाना, लेन-देन में पारदर्शिता लाना और विवादों का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करना है।
जानिए नए नियमों की मुख्य बातें:
1. जानबूझकर चेक बाउंस पर कड़ी सजा:
अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर चेक बाउंस करता है, तो उसे 2 साल तक की जेल और चेक राशि के दोगुने तक का जुर्माना हो सकता है।
2. शिकायत दर्ज कराने की समयसीमा बढ़ी:
पहले चेक बाउंस पर शिकायत दर्ज कराने की 1 महीने की सीमा थी, जिसे अब बढ़ाकर 3 महीने कर दिया गया है।
3. ऑनलाइन शिकायत की सुविधा:
अब ऑनलाइन शिकायत दर्ज की जा सकती है, और SMS, ईमेल जैसे डिजिटल साक्ष्य को कोर्ट में वैध माना जाएगा।
4. 24 घंटे में अलर्ट देना अनिवार्य:
चेक बाउंस होते ही बैंक को 24 घंटे के भीतर खाताधारक और चेक प्राप्तकर्ता दोनों को SMS और ईमेल से सूचित करना अनिवार्य होगा।
5. तीन बार चेक बाउंस पर खाता फ्रीज़:
अगर किसी ग्राहक का चेक लगातार तीन बार बाउंस होता है, तो बैंक उसका खाता अस्थायी रूप से फ्रीज़ कर सकता है।
बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय:
- चेक जारी करने से पहले खाते में पर्याप्त राशि सुनिश्चित करें
- तारीख और लाभार्थी का नाम सावधानीपूर्वक भरें
- फटे या क्षतिग्रस्त चेक का इस्तेमाल न करें
- केवल Account Payee चेक का उपयोग करें
- नियमित रूप से बैंक स्टेटमेंट चेक करें
- भुगतान में देरी हो तो लाभार्थी को पहले सूचित करें
कानूनी प्रावधान:
नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 138 के अंतर्गत चेक बाउंस दंडनीय अपराध है। इसमें दोषी को:
- जेल की सजा
- जुर्माना
- कोर्ट फीस और
- वकील की फीस
देनी पड़ सकती है। साथ ही बैंक ₹100 से ₹750 तक का अतिरिक्त जुर्माना भी वसूल सकता है।
अगर आप चेक से लेन-देन करते हैं, तो सतर्क रहें और इन नए नियमों को गंभीरता से अपनाएं। छोटी-सी लापरवाही आपको आर्थिक और कानूनी झंझट में डाल सकती है।
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