गणेश उत्सव की तैयारियों के बीच राजधानी में जय मां भवानी हिंदू संगठन ने बड़ा ऐलान किया है। संगठन ने स्पष्ट किया है कि यदि इस बार भी कहीं शास्त्र विरुद्ध या विकृत स्वरूप वाली गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गईं तो उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
दस वर्षों से चला रहे जनजागरूकता अभियान
संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि वे पिछले दस वर्षों से इस विषय पर जनजागरूकता अभियान चला रहे हैं। अब केवल जागरूकता तक सीमित न रहकर प्रत्यक्ष कार्रवाई का समय आ गया है।
अध्यक्ष का बयान
संगठन के अध्यक्ष शुभम विश्वकर्मा ने कहा कि गणेश प्रतिमाओं का निर्माण शास्त्रों और धार्मिक परंपराओं के अनुरूप होना चाहिए। लेकिन कुछ मूर्तिकार व्यावसायिकता की होड़ में ऐसी प्रतिमाएं बना रहे हैं, जो न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करती हैं बल्कि सनातन संस्कृति की गरिमा के भी विपरीत हैं।
पंडालों और मूर्तिकारों से संवाद
जय मां भवानी हिंदू संगठन की टीम इन दिनों शहर के अलग-अलग पंडालों और मूर्तिकार स्थलों का दौरा कर रही है। शुभम विश्वकर्मा अन्य कार्यकर्ता आयोजकों और मूर्तिकारों से संवाद कर रहे हैं और शास्त्रसम्मत मूर्तियां बनाने की अपील कर रहे हैं।
संगठन का कहना है कि उनका उद्देश्य किसी भी प्रकार का टकराव नहीं है। लेकिन यदि कोई समिति या मूर्तिकार विकृत एवं शास्त्र विरुद्ध प्रतिमाओं पर अड़ा रहता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
परंपरा की रक्षा का अभियान
संगठन ने स्पष्ट किया कि यह पहल केवल परंपरा की रक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित करने की गंभीर कोशिश है। संगठन ने सभी श्रद्धालुओं, मूर्तिकारों और आयोजकों से इस अभियान का सम्मान करते हुए सहयोग करने की अपील की है।