राजधानी भोपाल में फर्जी वीजा पर भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए एक और नाइजीरियन नागरिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर देश में प्रवेश करने और अवैध रूप से निवास करने का आरोप है। पकड़े गए विदेशी नागरिक को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में भोपाल सहित मध्यप्रदेश के अन्य शहरों में कई विदेशी नागरिक बिना वैध वीजा के रह रहे हैं। ऐसे मामलों में विदेशी नागरिकों द्वारा फर्जी वीजा या पासपोर्ट का उपयोग किए जाने की घटनाएं सामने आई हैं। इस मामले में पकड़े गए नाइजीरियन युवक की संदिग्ध गतिविधियों पर पुलिस की नजर पहले से थी। जब जांच की गई तो उसके दस्तावेज फर्जी पाए गए।
क्राइम ब्रांच और खुफिया विभाग की कार्यवाही
भोपाल पुलिस की क्राइम ब्रांच और खुफिया विभाग ने मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। आरोपी को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजने का आदेश दिया गया। अब पुलिस आरोपी के स्थानीय संपर्कों और संभावित नेटवर्क की जांच कर रही है। संदेह है कि आरोपी भोपाल में रहकर अन्य विदेशी नागरिकों की मदद से किसी आपराधिक गतिविधि से जुड़ा हो सकता है।
पुलिस को यह भी संदेह है कि भोपाल और अन्य बड़े शहरों में कुछ ऐसे गिरोह सक्रिय हैं, जो विदेशी नागरिकों को फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराते हैं और उन्हें भारत में अवैध रूप से बसने में मदद करते हैं। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।
इस घटना के बाद भोपाल पुलिस ने सभी थाना क्षेत्रों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में रह रहे विदेशी नागरिकों की सत्यापन प्रक्रिया को तेज करें। होटल, लॉज, हॉस्टल और किराये के मकानों में रह रहे विदेशी नागरिकों की कड़ी निगरानी की जा रही है। प्रशासन ने नागरिकों और मकान मालिकों से अपील की है कि वे बिना वैध दस्तावेजों के किसी भी विदेशी नागरिक को न ठहराएं और संदिग्ध मामलों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
फ़र्ज़ी दस्तावेज वाले विदेशी नागरिको को बख्शा नहीं जाएगा
भोपाल कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में रहने वाले किसी भी विदेशी नागरिक को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही, ऐसे नागरिकों को शरण देने वाले भारतीय नागरिकों के खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह कार्रवाई न केवल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करती है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती है कि भारत की सीमाओं और कानूनों का उल्लंघन करने वाले किसी को भी संरक्षण नहीं मिलेगा। प्रशासन की इस सख्ती से अन्य अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों में भी हड़कंप मचा हुआ है।


