बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी, उनकी पत्नी और भाई समेत कुल 59 लोगों पर बाजार नियामक SEBI ने एक साल का बैन लगा दिया है। सेबी ने यह कार्रवाई एक सुनियोजित ‘पंप एंड डंप’ शेयर घोटाले में धोखाधड़ी करने पर की है।
यह घोटाला Sadhna Broadcast Ltd (SBL) के शेयरों से जुड़ा है, जिसमें यूट्यूब चैनलों और पेड मार्केटिंग का इस्तेमाल कर छोटे निवेशकों को गुमराह किया गया, और फिर उनके निवेश को लूट लिया गया।
क्या है पूरा मामला?
SEBI की जांच के अनुसार, एक संगठित गिरोह ने SBL के शेयर की कीमतों को कृत्रिम रूप से बढ़ाने के लिए यूट्यूब और सोशल मीडिया के ज़रिए भ्रामक प्रचार किया। इसके बाद जब आम निवेशकों ने शेयर खरीदे, तो इन लोगों ने ऊँचे दाम पर अपनी हिस्सेदारी बेचकर मोटा मुनाफा कमा लिया।
इसे ही शेयर बाजार की भाषा में “Pump & Dump स्कीम” कहा जाता है।
अरशद वारसी और परिवार की भूमिका
सेबी की जांच में यह बात सामने आई कि अभिनेता अरशद वारसी, उनकी पत्नी और उनके भाई ने भी इस स्कीम में भाग लिया।
SEBI को अरशद वारसी और मनीष मिश्रा की व्हाट्सएप चैट से यह संकेत मिले कि वारसी और उनके परिवार को एक-एक 25 लाख रुपये ट्रांसफर किए जाने की योजना थी।
कितना हुआ मुनाफा, कौन बना सबसे बड़ा लाभार्थी?
- गौरव गुप्ता : ₹18.33 करोड़ का मुनाफा
- Sadhna Bio Oils Pvt Ltd : ₹9.41 करोड़ का मुनाफा
- कुल अवैध कमाई : ₹1.05 करोड़ की जब्ती का आदेश
- मनीष मिश्रा : ₹5 करोड़ का जुर्माना
- गौरव गुप्ता और अन्य : ₹2-2 करोड़ का जुर्माना
- जतिन शाह : ₹1 करोड़ का जुर्माना
पांच यूट्यूब चैनल बने गुनाह के जरिया
सेबी ने इस घोटाले में शामिल पांच यूट्यूब चैनलों की पहचान की है जिन्होंने लोगों को SBL के शेयर खरीदने के लिए उकसाया:
- The Advisor
- Midcap Calls
- Profit Yatra
- Moneywise
- India Bullish
इन चैनलों पर भ्रामक वीडियो बनाकर शेयर की कीमतें बढ़ाई गईं।
सेबी की सख्त कार्रवाई:
- 7 लोगों पर 5 साल का बैन
- 54 लोगों पर 1 साल का बैन
- अवैध लाभ की वसूली का आदेश
- करोड़ों का जुर्माना
अब उठते हैं ये बड़े सवाल:
- क्या यूट्यूब और सोशल मीडिया अब ठगी का नया ज़रिया बनते जा रहे हैं?
- क्या सिर्फ सिलेब्रिटी नाम होना आम निवेशकों को लुभाने के लिए काफी है?
- क्या बाजार नियामकों की निगरानी ऐसे मामलों को पहले नहीं पकड़ सकती थी?
क्या आप भी शेयर निवेश करते हैं? तो इस खबर से सबक लीजिए! कोई भी निवेश करने से पहले कंपनी की जानकारी स्वयं जुटाएं और किसी प्रचार या यूट्यूबर पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।