ड्रीम ओलंपिक शूटिंग एकेडमी का संचालक मोहसिन खान अब महज एक खेल प्रशिक्षक नहीं, बल्कि एक खतरनाक लव जिहाद मॉड्यूल का मास्टरमाइंड बनकर सामने आया है। पुलिस जांच में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं, जिनसे यह स्पष्ट होता जा रहा है कि मोहसिन का अपराध महज व्यक्तिगत नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश है।
कैसे फंसाता था हिन्दू लड़कियों को?
मोहसिन पहले लड़कियों से सोशल मीडिया या अकादमी के जरिए संपर्क करता था। उन्हें महंगे पब, होटल और प्राइवेट पार्टीज में ले जाता था। वहां वह उन्हें नशा करवाकर उनके साथ अश्लील वीडियो बनाता, फिर ब्लैकमेल कर संबंध बनाए रखता था।
उसका तरीका बेहद खतरनाक था, वह खुद को मिलिट्री फैमिली से बताकर लड़कियों पर रौब झाड़ता था और फिर उनकी सहेलियों से भी नज़दीकियां बनाता। धीरे-धीरे वह लड़कियों को अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलवाकर उन्हें भी इस षड्यंत्र में शामिल करता।
रिश्तेदार और दोस्त भी शामिल
पुलिस को कुछ तस्वीरें हाथ लगी हैं, जिनमें मोहसिन के रिश्तेदारों को भी लड़कियों के साथ देखा जा सकता है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इन रिश्तेदारों की इस गिरोह में क्या भूमिका थी।
मोहसिन एक सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर युवती के साथ भी संपर्क में था, और उसकी रील्स शूट करने में मदद करता था। उसे महंगी गाड़ियों और हथियारों के साथ फ़ोटो व वीडियो बनवाकर प्रभावित करता था। हालांकि अभी तक उस युवती ने शिकायत दर्ज नहीं करवाई है, लेकिन पुलिस उस तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
रायफल लाइसेंस और स्कूल बच्चों से ठगी
जांच में सामने आया है कि मोहसिन ने कई लोगों से रायफल के लाइसेंस दिलाने के नाम पर भी ठगी की। उसने कुछ अफसरों से दोस्ती कर रखी थी और शहर के नामी स्कूलों के बच्चों को राष्ट्रीय स्पर्धाओं में मौका देने का झांसा देकर एकेडमी में बुलाता था।
सवाल जो उठते हैं:
- क्या मोहसिन खान अकेला था या यह संगठित गिरोह है?
- क्या लव जिहाद के नाम पर रिश्तेदारों को भी अपराध में शामिल किया जा रहा है?
- क्या हमारी बेटियों की सुरक्षा इतनी कमजोर है कि पब और सोशल मीडिया से अपराधी उन्हें फंसा ले?
- सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर युवतियों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है?
अब समय है कि प्रशासन इस मामले को केवल व्यक्तिगत अपराध न मानकर, एक बड़े सामाजिक और सुरक्षा खतरे के रूप में देखे। क्या मोहसिन जैसे अपराधियों के लिए कठोरतम सज़ा सुनिश्चित होगी? क्या उन लड़कियों को न्याय मिलेगा जो इस षड्यंत्र का शिकार बनीं?
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