रामराजा सरकार मंदिर में पुष्य नक्षत्र के मौके पर दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ के बीच एक 50 वर्षीय श्रद्धालु को हार्ट अटैक आ गया। यह दर्दनाक घटना तब घटी जब श्रद्धालु मंदिर के मुख्य द्वार पर दर्शन के लिए खड़ा था।
इस घटना के वक्त जिले के एसपी रायसिंह नरवरिया स्वयं मंदिर परिसर में व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। श्रद्धालु को ज़मीन पर गिरते देख पुलिसकर्मी तत्काल हरकत में आए।
इंस्पेक्टर ने दिखाई तत्परता
मौके पर मौजूद पुलिस इंस्पेक्टर संदीप यादव ने बिना देर किए CPR देना शुरू किया, जिससे पीड़ित को प्राथमिक राहत मिल सके। इसके तुरंत बाद पुलिस की गाड़ी से यथार्थ हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर
घटना ने मंदिर परिसर में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोल दी। न तो वहां कोई डॉक्टर मौजूद था, न प्राथमिक चिकित्सा उपकरण। बीपी मशीन जैसी सामान्य मेडिकल सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं थीं। सबसे गंभीर बात यह रही कि वहां रखी दवाएं एक्सपायर्ड पाई गईं, जो स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।
पुष्य नक्षत्र जैसे पर्वों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे में इस तरह की घटना न केवल प्रशासन की तैयारी पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि आपातकालीन मेडिकल व्यवस्था कितनी जरूरी है। स्थानीय लोग और श्रद्धालु स्वास्थ्य विभाग की जवाबदेही तय करने की मांग कर रहे हैं।
14 साल के छात्र की हार्ट अटैक से मौत, तेज सिरदर्द के बाद बिगड़ी तबीयत