मध्य प्रदेश पुलिस में तैनात हाथरस जिले के करील गांव निवासी 32 वर्षीय सिपाही रघुनंदन की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बीते एक हफ्ते से उनका इलाज आगरा के एक अस्पताल में चल रहा था, लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें दिल्ली रेफर किया गया, जहां रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
परिजनों के मुताबिक, 28 जनवरी को रघुनंदन की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें आगरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां छह दिन तक उनका इलाज चला, लेकिन 3 फरवरी को उनकी हालत अचानक बिगड़ गई। डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया, लेकिन दिल्ली पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
गांव में हुआ अंतिम संस्कार:
4 फरवरी की शाम को जब रघुनंदन का शव उनके पैतृक गांव करील लाया गया, तो परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ गई। गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
रघुनंदन 2017 में मध्य प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। इस समय उनकी तैनाती ग्वालियर जिले के चिनोर थाने में थी। पुलिस सेवा में आने के बाद 2020 में उनका विवाह हुआ था। उनके परिवार में उनकी पत्नी के अलावा दो छोटे बेटे—तनिष (3 वर्ष) और युवांश (2 वर्ष) हैं।
रघुनंदन की अचानक हुई मौत ने एक बार फिर कम उम्र में बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामलों पर चिंता बढ़ा दी है। बढ़ते तनाव, अनियमित दिनचर्या और स्वास्थ्य पर ध्यान न देने के कारण हृदय संबंधी रोगों का खतरा बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित स्वास्थ्य जांच और संतुलित जीवनशैली अपनाकर इन खतरों से बचा जा सकता है।