राजगढ़ तालुका स्थित तोरणा किले पर ट्रेकिंग के दौरान 10 फरवरी देर रात 44 वर्षीय रणजीत मोहनदास शिंदे की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह मूल रूप से सतारा जिले के सोनगांव के निवासी थे और वर्तमान में पुणे के वारजे में रह रहे थे।
ट्रेकिंग के दौरान अचानक गिर पड़े
रणजीत शिंदे अपने दोस्त फज़ीलत खान के साथ तोरणा किले पर ट्रेकिंग के लिए गए थे। पुलिस के अनुसार, रात करीब 10:30 बजे ट्रेकिंग के दौरान उन्हें अचानक सीने में तेज दर्द हुआ और वे बेहोश होकर गिर पड़े। घबराए हुए खान ने तुरंत 112 आपातकालीन हेल्पलाइन पर कॉल कर मदद मांगी।
घटना की सूचना मिलते ही वेल्हे पुलिस ने आपदा प्रबंधन टीम के साथ मिलकर तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। टीम मौके पर पहुंची, लेकिन दुर्गम रास्तों और अंधेरे के कारण बचाव अभियान में समय लग गया।
कड़ी मशक्कत के बाद, सुबह 5 बजे शिंदे को किले के बेस पर लाया गया, जहां पहले से 108 एंबुलेंस इंतजार कर रही थी। लेकिन जब ग्रामीण अस्पताल के डॉक्टरों ने उनका परीक्षण किया, तो उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस कर रही मामले की छानबीन
फिलहाल पुलिस की तरफ से विस्तृत जांच चालू हैं। इस घटना ने एक बार फिर ट्रेकिंग के दौरान स्वास्थ्य संबंधी सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रेकिंग से पहले स्वास्थ्य जांच करवाना, आवश्यक दवाइयां साथ रखना और किसी भी असामान्य लक्षण को नज़रअंदाज न करना बहुत जरूरी है। रणजीत शिंदे की यह दुखद घटना ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए एक चेतावनी है कि वे रोमांचक सफर के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।