मध्यप्रदेश के दमोह रेलवे स्टेशन पर सोमवार सुबह एक 12 वर्षीय बालक पुलिस को अकेला मिला, जो प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए घर से निकला था। हालांकि, सही ट्रेन की जानकारी न होने के कारण वह लगातार ट्रेनें बदलता रहा और आखिरकार दमोह पहुंच गया।
कैसे पहुंचा दमोह?
बालक उमरिया जिले का रहने वाला है और छात्रावास में रहकर कक्षा चौथी की पढ़ाई कर रहा है। उसने पुलिस को बताया कि महाकुंभ की चर्चा सुनकर वहां जाने की इच्छा हुई, लेकिन किसी को बताए बिना ही 150 रुपये लेकर घर से निकल पड़ा।
- सही ट्रेन की जानकारी न होने के कारण वह रास्ते में कई बार ट्रेनें बदलता रहा।
- आखिरकार दमोह पहुंच गया, जहां किसी ने उसे ट्रेन से उतार दिया।
- अब उसके पास मात्र 50 रुपये बचे हैं और वह अपने घर लौटना चाहता है।
पुलिस ने शुरू की परिजनों की तलाश
पुलिस ने बताया बताया कि बालक के पिता अमर सिंह आदिवासी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल बंद आ रहा है।
- साइबर सेल और उमरिया पुलिस की मदद से परिजनों की तलाश की जा रही है।
- बच्चे के माता-पिता मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं।
- फिलहाल पुलिस नियमानुसार उसकी देखभाल कर रही है और जल्द ही उसे परिवार से मिलाने का प्रयास किया जाएगा।
यह घटना दिखाती है कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों की चर्चा कैसे छोटे बच्चों को भी प्रभावित कर सकती है। सौभाग्य से, पुलिस ने समय रहते बालक को सुरक्षित पाया और उसे परिवार तक पहुंचाने का प्रयास जारी है।
BSNL का जबरदस्त प्लान! 54 दिनों की वैधता, 2GB डेटा रोजाना और फ्री TV, इतनी है कीमत
Tags – Damoh News in Hindi.