उत्तर प्रदेश के वाराणसी के एक हॉस्टल में संदिग्ध परिस्थितियों में एक छात्रा का शव फंदे से लटका मिला, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। इस घटना के नौ दिन बाद पुलिस ने मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। छात्रा के पिता सुनील सिंह की तहरीर के आधार पर यह कार्रवाई की गई।
यह है पूरा मामला
वाराणसी के जवाहर नगर एक्सटेंशन कॉलोनी स्थित रामेश्वरम हॉस्टल में रहने वाली 17 वर्षीय छात्रा स्नेहा सिंह मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही थी। एक फरवरी की सुबह अचानक परिवार को सूचना मिली कि स्नेहा की मौत हो गई है। जब उसके पिता सुनील सिंह हॉस्टल पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि उनकी बेटी खिड़की से दुपट्टे और गमछे के सहारे लटकी हुई थी। उन्हें संदेह हुआ कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है।
सुनील सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी की हत्या कर उसके शव को फंदे से लटका दिया गया। उन्होंने हॉस्टल संचालक रामेश्वरम पांडेय को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया। इस आधार पर भेलूपुर थाने में उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। हालांकि, स्थानीय लोगों और पुलिस के अनुसार, रामेश्वरम पांडेय नामक व्यक्ति के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। संभावना जताई जा रही है कि हॉस्टल के बाहर ‘रामेश्वरम’ लिखा होने के कारण छात्रा के पिता ने इस नाम पर शक जताया होगा।
फिलहाल, पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और सभी संभावित एंगल से इस घटना को खंगाल रही है। यह देखना होगा कि आगे की जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और क्या यह मामला आत्महत्या था या वास्तव में हत्या।