इंदौर के सरकारी अस्पताल हुकमचंद पॉलिक्लिनिक में आंख की सर्जरी के दौरान एक महिला की मौत हो गई। ऑपरेशन के लिए दिए गए एनेस्थीसिया के बाद वह कोमा में चली गई थी। घटना को लेकर परिजनों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। मामला बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच के आदेश दिए और संबंधित डॉक्टर को अस्पताल से हटा दिया गया।
मृतका की पहचान ललिता पति राजू, निवासी नार्थ तोड़ा के रूप में हुई है। वह मोतियाबिंद की समस्या से जूझ रही थी और गुरुवार को ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती हुई थी। ललिता डायबिटीज और हाईपरटेंशन की मरीज भी थी, लेकिन सर्जरी से पहले उसके ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल की जांच की गई थी, जो सामान्य पाए गए थे।
ऑपरेशन के दौरान बिगड़ी तबीयत
सर्जरी के दौरान ललिता को एनेस्थीसिया दिया गया, जिसके बाद उनकी हालत ख़राब होने लगी और वह कोमा में चली गई। जब उसकी धड़कनें धीमी होने लगीं, तो डॉक्टरों ने सीपीआर देकर उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। हालत गंभीर होते देख उसे एमवाय अस्पताल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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डॉक्टर पर कार्रवाई
परिजनों ने डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच बैठाई। प्रथम दृष्टया लापरवाही सामने आने पर डॉ. कमल आर्य को हुकमचंद पॉलिक्लिनिक से हटाकर जिला अस्पताल में अटैच कर दिया गया। मामले की विस्तृत जांच जारी है।
इस घटना ने अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
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