उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के दौरान कलेक्टर द्वारा नंदी हॉल में अवैध वसूली की गड़बड़ी पकड़ी गयी है। इस मामले में कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छह लोगों को निलंबित कर दिया। पढ़िए पूरी खबर निचे।
19 दिसंबर की सुबह महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंचे श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह को नंदी हॉल में दर्शन करने आई भीड़ देखकर कुछ हैरानी हुई। उन्होंने देखा कि यहां श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित सीमा से ज्यादा थी। लेकिन फिर जब कलेक्टर ने इन श्रद्धालुओं से बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि मंदिर के पुरोहित प्रतिनिधि और उनके सहयोगी प्रति व्यक्ति 1100 रुपये की राशि लेकर उन्हें नंदी हॉल में दर्शन के लिए लाए थे, और वहां बाबा महाकाल को जल अर्पित करने का वादा किया था।
यह घटना सुनकर कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल श्रद्धालुओं, पुरोहित प्रतिनिधि और उनके सहयोगियों को महाकाल थाने भेज दिया। महाकाल थाने ने मामले की जांच की और मंदिर में अवैध वसूली करने के आरोप में एक पुरोहित सहित 6 लोगों को निलंबित कर दिया।
जांच में पुरोहित अजय शर्मा, पुरोहित प्रतिनिधि राजेश भट्ट, और नंदी मंडपम के सुरक्षाकर्मी विकास, संदीप, करण और कन्हैया को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर भी दर्ज की हैं, जिसमें पुरोहित अजय शर्मा और राजेश भट्ट समेत अन्य सहायक शामिल हैं।
मीडिया से बातचीत में श्रद्धालुओं ने बताया कि उनसे नंदी हॉल से दर्शन कराने के नाम पर पैसे लिए गए है। पुरोहित प्रतिनिधि पर दर्शन कराने और जल चढ़ाने के नाम पर प्रति व्यक्ति 1100 रुपये लेने का आरोप लगा है।
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