मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया के खिरसाडोह में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां शादी के मंडप में दुल्हन ने फेरों से ठीक पहले शादी से इनकार कर दिया। इस फैसले से दोनों परिवारों और बारातियों में हड़कंप मच गया, और आखिरकार बारात को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा।

शादी के बीच बेहोश हुई दुल्हन
शनिवार रात रामाकोना निवासी युवक की बारात धूमधाम से खिरसाडोह के एक मैरिज लॉन में पहुंची। जयमाला की रस्म शुरू होते ही दुल्हन ने दूल्हे को वरमाला पहनाई, लेकिन जैसे ही दूल्हा वरमाला डालने आगे बढ़ा, दुल्हन अचानक चक्कर खाकर बेहोश हो गई। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के बाद वह लौटी और शादी की रस्में दोबारा शुरू हुईं।
फेरों से पहले किया शादी से इनकार
सब कुछ ठीक लग रहा था, लेकिन जैसे ही फेरे लेने का समय आया, दुल्हन ने शादी से साफ इनकार कर दिया। इस अप्रत्याशित फैसले से दोनों परिवारों में तनाव बढ़ गया। जब दुल्हन से इनकार की वजह पूछी गई, तो उसने कोई जवाब नहीं दिया और बस शादी न करने की जिद पर अड़ी रही।
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प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दुल्हन पहले से ही इस शादी के लिए राजी नहीं थी और उसने अपने परिवार को भी इस बारे में बताया था। यहां तक कि वह जबरदस्ती शादी से बचने के लिए पुलिस थाने तक गई थी, लेकिन परिवार ने उसकी बात को नजरअंदाज कर दिया और शादी कराने पर जोर दिया।
दूल्हे ने दर्ज कराई शिकायत
दूल्हे के जीजा का कहना था कि अगर दुल्हन को शादी नहीं करनी थी, तो उसे पहले ही इनकार कर देना चाहिए था, जिससे दूल्हे को मानसिक और आर्थिक नुकसान न होता। शादी टूटने के बाद नाराज दूल्हे ने रविवार को परासिया थाने में शिकायत दर्ज कराई।
बारात को जिस कार में दुल्हन को लेकर वापस जाना था, वह अब खाली लौट गई। शादी टूटने से न सिर्फ दूल्हा बल्कि पूरा परिवार स्तब्ध रह गया। शादी के सपनों के बजाय अब दूल्हे के हाथ में केवल पुलिस शिकायत की कॉपी थी।
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