मध्य प्रदेश के इंदौर के होलकर साइंस कॉलेज में होली सेलिब्रेशन को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब कॉलेज छात्रों ने 150 प्रोफेसरों को बंधक बना लिया था। मामला कलेक्टर तक पहुंचा, जिसके बाद प्रशासन ने तुरंत जांच-पड़ताल की। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की गई और दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए गए। नाराज शिक्षकों ने ऐलान किया है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, वह काली पट्टी बांधकर पढ़ाई करवाएंगे।
छात्रों से पूछताछ चालू
जांच की जिम्मेदारी एडीएम राजेंद्र रघुवंशी को दी गई। जो मंगलवार दोपहर 2 बजे वे कॉलेज पहुंचे और घटना में शामिल छात्र — आलेख द्विवेदी, पीयूष, सना दीक्षित और सचिन राजपूत से पूछताछ की। हालांकि, सभी छात्र चुपचाप अपनी बारी का इंतजार करते रहे, लेकिन सीसीटीवी फुटेज में पूरी घटना दर्ज मिली। रात 8 बजे तक बयान दर्ज करने और सबूत जुटाने का काम चला।
पोस्टर हटाने पर छात्रों का हंगामा
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब ABVP से जुड़े छात्रों ने कॉलेज में 7 मार्च को होली सेलिब्रेशन, रेन डांस और डीजे इवेंट के लिए अनुमति मांगी, लेकिन प्रशासन ने इनकार कर दिया। इसके बावजूद छात्रों ने कॉलेज परिसर में इवेंट के पोस्टर लगा दिए। जब प्रशासन ने ये पोस्टर हटवा दिए, तो छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और मामला बढ़ता चला गया।
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काली पट्टी बांधकर पढ़ाने का फैसला
घटना से नाराज कॉलेज के शिक्षकों ने स्टाफ काउंसिल की बैठक बुलाई, जिसमें इस घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। होलकर साइंस कॉलेज शिक्षक संघ की अध्यक्ष डॉ. अंगूरबाला बाफना ने सभी शिक्षकों के साथ चर्चा कर निर्णय लिया कि जब तक दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं होती, सभी शिक्षक काली पट्टी बांधकर कक्षाएं लेंगे।
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद हटे प्रदर्शनकारी छात्र
घटना के बाद भी छात्रों का आक्रोश जारी रहा, जिससे कॉलेज प्रशासन के लिए हालात संभालना मुश्किल हो गया। आखिरकार, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ही छात्र कॉलेज गेट से हटे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस इवेंट का आयोजन शर्मा कोचिंग संस्थान के सहयोग से किया जा रहा था, जिसमें ABVP से जुड़े कुछ छात्र नेताओं की मुख्य भूमिका थी। इस इवेंट के लिए 150 रुपये की एंट्री फीस भी रखी गई थी, और इसके पास कॉलेज परिसर के बाहर भी बेचे जा रहे थे।
फिलहाल, प्रशासन की इस मामले में जांच चालू है।
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