मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के तामिया क्षेत्र के पांडू पिपरिया गांव में कर्ज के बोझ से जूझ रहे दंपती 55 वर्षीया रामलखन रघुवंशी और उनकी 48 वर्षीया पत्नी भूमिलता रघुवंशी ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी। सोमवार सुबह यह दर्दनाक घटना सामने आई, जब उनकी किराना दुकान बंद पाई गई। पास पड़ोस के लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद दरवाजा तोड़कर देखा गया तो दोनों मृत अवस्था में पाए गए। मौके से सल्फास की गंध और एक सुसाइड नोट बरामद हुआ।
सुसाइड नोट में लिखी कर्ज की परेशानी:
सुसाइड नोट में दंपती ने अपनी आत्महत्या की वजह कर्ज को बताया है। उन्होंने लिखा कि कर्ज के बोझ से तंग आकर वह अपनी जान दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने स्व सहायता समूह और निजी व्यक्तियों से कर्ज लिया था, जिसे चुकाने में वह असमर्थ थे। सोमवार को उनकी लोन की किश्त थी, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने आत्महत्या कर ली।
दोनों बेटे इंदौर में पढ़ाई कर रहे:
रामलखन रघुवंशी मूल रूप से पिपरिया के रहने वाले थे और अपने ससुराल बिजोरी में किराना दुकान चलाते थे। उनके दो बेटे इंदौर में पढ़ाई कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक दंपती लंबे समय से कर्ज के बोझ तले दबे हुए थे। एक कर्ज चुकाने के लिए वह दूसरे से कर्ज लेते जा रहे थे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो गई।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दंपती ने स्व सहायता समूह से लोन लेकर कर्ज चुकाने की कोशिश की थी, लेकिन अंततः उन्होंने यह कठोर कदम उठाया।
यह घटना क्षेत्र में गहरा शोक और चिंता का विषय बन गई है। पुलिस मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है और जल्द ही इस मामले से जुड़े सभी तथ्यों को सामने लाने की उम्मीद है।