कहते हैं कि ग़ुस्सा इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है, और अगर यह ग़ुस्सा किसी रिश्ते में आ जाए तो इसके परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं। पति-पत्नी के रिश्ते में प्यार के साथ-साथ हल्की-फुल्की नोकझोंक होना सामान्य है, लेकिन जब यह विवाद बढ़कर ग़ुस्से में बदल जाए, तो इसके अंजाम अप्रत्याशित हो सकते हैं। हाल ही में सामने आई एक घटना ने यह साबित कर दिया कि ग़ुस्से में उठाया गया क़दम कितना नुक़सानदेह हो सकता है।
पति-पत्नी की बहस ने लिया चौंकाने वाला मोड़
कोलंबिया में रहने वाले एक दम्पति के बीच पहले तो एक मामूली बहस हुई, लेकिन धीरे-धीरे यह बहस एक बड़े झगड़े में तब्दील हो गई। पत्नी, जो अपने पति से एक यात्रा पर जाने की इच्छा रखती थी, इस बात को लेकर पति से झगड़ने लगी। पति ने जब उसे डाँटा, तो वह बुरी तरह से आहत हो गई और ग़ुस्से में ऐसा क़दम उठाया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
ग़ुस्से में निगल लिए 7000 डॉलर के नोट
नाराज़ पत्नी ने घर में रखे 7000 डॉलर (करीब 4 लाख रुपये) के नोट उठाए और उन्हें चबाना शुरू कर दिया। यह देखते ही पति के होश उड़ गए, लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी। महिला ने कई नोट निगल लिए थे, जिससे उसकी तबियत बिगड़ने लगी। आनन-फ़ानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने जाँच के बाद सर्जरी करने का फ़ैसला लिया।
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अस्पताल पहुँचते ही डॉक्टरों ने महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत इलाज शुरू किया। एक्स-रे और अन्य मेडिकल जाँचों के बाद यह साफ़ हो गया कि पेट में मौजूद नोटों की वजह से उसकी सेहत पर बुरा असर पड़ा था। डॉक्टरों को सर्जरी कर उसके पेट से पैसे निकालने पड़े। इस घटना के बाद डॉक्टरों ने दम्पति को सलाह दी कि वे आपस में झगड़ा करने से बचें और अपने रिश्ते को बेहतर बनाने की कोशिश करें।
गुस्सा पड़ सकता है महँगा
यह घटना एक सबक देती है कि ग़ुस्से में कभी भी ऐसा क़दम नहीं उठाना चाहिए, जिससे बाद में पछताना पड़े। पति-पत्नी का रिश्ता विश्वास, समझदारी और प्रेम पर टिका होता है। कभी-कभी छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा बढ़ाने से बड़ा नुक़सान हो सकता है, इसलिए हर परिस्थिति में धैर्य बनाए रखना ज़रूरी है।
रिश्तों में संवाद और संयम ज़रूरी
रिश्तों को मज़बूत बनाए रखने के लिए आपसी समझ और बातचीत का होना बेहद आवश्यक है। किसी भी विवाद को सुलझाने का सबसे अच्छा तरीका संवाद है, न कि आवेश में आकर कोई ग़लत क़दम उठाना। ग़ुस्से को क़ाबू में रखना और धैर्य से समस्याओं का हल निकालना ही एक सफल और खुशहाल जीवन का मूलमंत्र है।
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