ग्वालियर के तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान पर एक महिला ने शादी का झांसा देकर 17 साल तक शारीरिक शोषण और दुष्कर्म करने का गंभीर आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि चौहान ने शादीशुदा होने की बात छुपाकर उसे धोखे में रखा और सिंदूर भरकर पत्नी का दर्जा दिया। मामले की शिकायत के बाद तहसीलदार का तबादला भू-राजस्व कार्यालय में कर दिया गया है।
17 साल तक चला धोखा:
34 वर्षीय महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 2008 में वह चौहान के संपर्क में आई थी। महिला के पति का निधन हो चुका था, और उसके जेठ के माध्यम से चौहान से परिचय हुआ। चौहान ने जेठ से कहा कि वह महिला से शादी करना चाहता है और उसे जीवनभर साथ रखने का वादा किया। इसके बाद महिला को अपने साथ रहने के लिए मजबूर किया गया।
शादी का झांसा और शोषण
महिला ने बताया कि 2010 में चौहान ने उसकी मांग में सिंदूर भरकर उसे पत्नी का दर्जा दिया। इसके बाद से वह उसे 17 साल तक विभिन्न स्थानों पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता रहा। महिला का आरोप है कि चौहान ने न केवल उसके साथ धोखा किया, बल्कि एक अन्य युवक से भी उसका दुष्कर्म करवाया।
महिला ने जब तहसीलदार की असली सच्चाई जानी, तो उसे गहरा धक्का लगा। उसे पता चला कि चौहान पहले से ही शादीशुदा था और उसकी तीन और पत्नियां भी हैं। महिला ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत दी, जिसके बाद तहसीलदार के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया।
तहसीलदार का तबादला:
यह पहला मौका नहीं है जब शत्रुघन सिंह चौहान पर ऐसे आरोप लगे हों। इससे पहले भी सिटी सेंटर तहसील में एक महिला कर्मचारी ने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। तब भी चौहान का तबादला भितरवार तहसील में कर दिया गया था।
महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने तहसीलदार के आचरण और उनके पद के दुरुपयोग को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब पुलिस वैज्ञानिक साक्ष्यों और गवाहों के आधार पर तहसीलदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।