टीवी के मशहूर निर्देशक मंजुल सिन्हा का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। गोवा में अंतिम सांस लेने वाले मंजुल सिन्हा ने अपने निर्देशन से भारतीय टेलीविजन को नई पहचान दी थी। उनके द्वारा निर्देशित धारावाहिक ‘ये जो है जिंदगी’, ‘खामोश’ और ‘जिंदगी खट्टी मीठी’ ने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी। उनकी असमय मृत्यु से टीवी और फिल्म इंडस्ट्री को गहरा आघात पहुंचा है।
मंजुल सिन्हा का जन्म एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था, जहां सिनेमा का गहरा प्रभाव था। उनके परिवार का एक सिनेमा हॉल पटना में था, जिससे उनकी फिल्मों के प्रति रुचि बचपन से ही विकसित हो गई थी। वे भोजपुरी सिनेमा में भी रुचि रखते थे और सिनेमा की दुनिया में कुछ अलग करने की चाह रखते थे।
मंजुल सिन्हा ने सैनिक स्कूल तिलैया से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई), पुणे से 1977 में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वे मुंबई आए और निर्देशन में करियर बनाने की ठानी।
मंजुल सिन्हा के निधन से टेलीविजन इंडस्ट्री में एक युग का अंत हो गया है। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनके निर्देशन की शैली से आने वाली पीढ़ियां प्रेरणा लेती रहेंगी।