सीहोर जिले में लगातार सामने आ रही बिजली चोरी की घटनाओं पर बिजली विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक क्षितिज सिंघल ने क्षेत्रीय दौरे के दौरान खुद मौके पर अनियमितताएं पकड़ते हुए जिम्मेदार कर्मचारियों पर त्वरित कार्रवाई की।
रेस्टोरेंट में खराब पाया गया मीटर
अमलाहा वितरण केंद्र के तहत आने वाले एक रेस्टोरेंट में जांच के दौरान पाया गया कि अस्थायी कनेक्शन का मीटर खराब है और इसका सही से निरीक्षण नहीं किया गया था। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए जूनियर इंजीनियर सत्येंद्र सिंह पर अनुशासनात्मक कदम उठाया गया। वहीं, मीटर रीडिंग में कोताही बरतने वाले कर्मचारी को सेवा से हटाकर ब्लैकलिस्ट कर दिया गया।
धामंदा में बिजली चोरी का खुला खेल
धामंदा गांव में निरीक्षण के दौरान सामने आया कि कई घरों और दुकानों में बिना अनुमति के सीधे बिजली के तार जोड़कर उपयोग किया जा रहा है। इस पर प्रबंध संचालक ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे उपभोक्ताओं के खिलाफ बिजली अधिनियम की धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
कनेक्शन प्रक्रिया में पारदर्शिता के निर्देश
निरीक्षण के दौरान श्री सिंघल ने अधिकारियों से यह भी कहा कि जिन स्थानों पर अब तक बिजली कनेक्शन नहीं दिए गए हैं, वहां शीघ्र ही वैध प्रक्रिया पूरी कर नियमित कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएं। इसके अलावा सभी कनेक्शनों की समय-समय पर जांच भी अनिवार्य की जाए।
अधिकारियों की मौजूदगी में चला निरीक्षण
इस निरीक्षण के दौरान कंपनी के निदेशक (वाणिज्य) सुधीर कुमार श्रीवास्तव, भोपाल क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक अमृतपाल सिंह, सीहोर वृत्त के महाप्रबंधक सुधीर शर्मा और संभागीय उप महाप्रबंधक अमित राय समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
प्रबंध संचालक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिजली चोरी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और जो भी कर्मचारी या उपभोक्ता इसमें शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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