कटनी जिले के बहोरीबंद थाना क्षेत्र के नीमखेड़ा गांव में एक किसान ने पुलिस पर बेरहमी से पिटाई करने का गंभीर आरोप लगाया है। इस घटना की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार डेहरिया ने अजाक डीएसपी को सौंपी है। एएसपी ने स्पष्ट किया कि यदि जांच में पुलिसकर्मी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह है मामला:
मामला 2 दिसंबर की रात का है, जब किसान अजय लोधी अपने खेत में पानी देकर लौट रहे थे। ग्राम बड़खेड़ा के पास बहोरीबंद थाने की 100 डायल गाड़ी आकर रुकी। अजय के मुताबिक, गाड़ी से उतरे छह से अधिक पुलिसकर्मियों ने बिना किसी वजह के लाठी-डंडों से उन पर हमला कर दिया। इस पिटाई से उनके सिर, हाथ-पैर, मुंह और पीठ पर गंभीर चोटें आईं है।
घायल किसान इलाज के बाद जब थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराने गए तो पुलिस ने उन पर दबाव बनाया और शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। इसके बाद अजय लोधी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। किसान ने पुलिसकर्मियों में से धीरज और मोहित की पहचान की, जिन पर आरोप लगाया गया है।
पुलिस की सफाई:
किसान की शिकायत के बाद एएसपी संतोष डेहरिया ने मामले की जानकारी थाना प्रभारी से फोन पर ली। थाना प्रभारी के अनुसार, 2 दिसंबर की रात पटेल और कुशवाहा समाज के कुछ लोगों के बीच शराब पीने के बाद विवाद हुआ था। पुलिस उसी सूचना पर वहां गई थी।
घटना की जांच अजाक डीएसपी को सौंपी गई है। जांच में यह स्पष्ट किया जाएगा कि क्या किसान का विवाद से कोई संबंध था और पुलिस ने पिटाई क्यों की। एएसपी संतोष डेहरिया ने आश्वासन दिया है कि किसान को न्याय मिलेगा। दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह मामला पुलिस की कथित बर्बरता और किसान की न्याय की गुहार को लेकर चर्चा में है। अब सभी की नजरें जांच रिपोर्ट और प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं।