शाहडोल के एसईसीएल के अंतर्गत आने वाली बंगवार यूजी खदान में स्थित कोयला यार्ड में पिछले एक महीने से आग लगी हुई है। यह आग एक महीने से लगातार जल रही है, लेकिन प्रबंधन के अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया है। अब यह आग बंकर तक पहुंच चुकी है, जिससे कर्मचारियों की जान को खतरा हो सकता है और इस आग के चलते पर्यावरण को भी भारी नुक्सान पहुंच रहा है।
बंगवार खदान में लगी इस आग की सूचना प्रबंधन के पास पहले ही पहुंच चुकी है, लेकिन इसके बावजूद आग पर काबू पाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। आग के कारणों का भी अभी तक पता नहीं चल सका है, लेकिन इसके बावजूद खदान प्रबंधन ने आग बुझाने के लिए कोई प्रभावी प्रयास नहीं किए हैं।
पिछले एक महीने से कोल यार्ड में धधकती यह आग लगातार बढ़ती जा रही है। इस आग से खदान का बंकर भी जर्जर हालत में है, और यदि आग के चलते बंकर का कोई हिस्सा कमजोर होकर टूट गया, तो बड़ा हादसा हो सकता है।
कई टन कोयला बर्बाद, प्रदूषण बढ़ा
पिछले एक महीने से जलती इस आग के कारण अब तक कई टन कोयला राख में तब्दील हो चुका है। लेकिन प्रबंधन ने इस बात की कोई पुष्टि नहीं की है कि अब तक कितने टन कोयला नष्ट हो चुका है। अधिकारियों का कहना है कि हर दिन कोयला जलकर बर्बाद हो रहा है। आग बुझाने के लिए प्रबंधन के पास कोई स्थाई और प्रभावी समाधान नहीं है। इसके चलते इलाके में प्रदूषण की समस्या गंभीर हो रही है। कोयला जलने की वजह से धुआं आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी फैल रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सोहागपुर क्षेत्र के जीएम पी. कृष्णा का कहना है कि कोल यार्ड में लगी आग के कारणों की जांच के आदेश दिए गए हैं। उनके मुताबिक आग की स्थिति नियंत्रण में है और इसे जल्द ही पूरी तरह से बुझा लिया जाएगा। आग से हुए नुकसान का आकलन भी जल्द ही किया जाएगा।
शहडोल के लेटेस्ट समाचार और अपडेट | Shahdol Latest News in Hindi
Tags : Shahdol News in Hindi