शहडोल-बिलासपुर रेलखंड के भनवारटंक रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को रेल हादसा हुआ। दोपहर के करीब 12 बजे, कोयला लदी एक मालगाड़ी के कई डिब्बे बेपटरी हो गए और पलट गए, जिससे अप और डाउन लाइन पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया।
इस घटना की सूचना मिलते ही तकनीकी टीम और आवश्यक मशीनरी घटनास्थल पर भेज दी गई। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, क्षतिग्रस्त ट्रैक और टूटी हुई हाईटेंशन लाइन को दुरुस्त करने में एक से दो दिन का समय लग सकता है।
सूत्रों के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब कोयला लोडेड लॉन्गहाल (दो जुड़ी हुई मालगाड़ियां) शहडोल की ओर जा रही थी। भनवारटंक स्टेशन से गुजरते वक्त अचानक गाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। और पांच से अधिक डिब्बे पलटने से ट्रैक पर कोयला बिखर गया, जिससे ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई।
जांच और सुधार कार्य:
हादसे की वजह जानने के लिए रेल विभाग ने जांच कमेटी गठित करने की बात कही है। प्राथमिकता के आधार पर रेलवे का अमला ट्रैक को दोबारा चालू करने के प्रयास में जुटा है। हादसे के कारण बिलासपुर-शहडोल मार्ग पर पहले से सीमित ट्रेनों की आवाजाही और बाधित हो गई है। वर्तमान में इस रूट पर केवल अमरकंटक एक्सप्रेस और सारनाथ एक्सप्रेस समेत कुछ लंबी दूरी की गाड़ियां चल रही थीं। अब इन ट्रेनों के संचालन पर भी असर पड़ने की आशंका है।
पिछले हादसों का जिक्र:
गौरतलब है कि इस क्षेत्र में तीसरी लाइन का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके कारण पहले से ही यात्री ट्रेनों का संचालन सीमित था। यह पहली बार नहीं है जब इस रेलखंड पर इस प्रकार की घटना हुई हो। इससे पहले भी यहां कई बार मालगाड़ियां पटरी से उतर चुकी हैं। रेलवे प्रशासन जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करने का प्रयास कर रहा है ताकि यातायात बहाल हो सके।