पिछले कुछ समय से मध्य प्रदेश के कई ज़िलों में धर्मांतरण के नाम पर पैसे देने के प्रलोभनों की खबर सामने आई है। इसी कड़ी में इंदौर के विजय नगर क्षेत्र में धर्मांतरण का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मामले के मुताबिक एक दंपति पर मजदूर परिवार को ईसाई धर्म अपनाने के लिए 6 लाख रुपये और नौकरी का प्रलोभन देने का आरोप लगा है। इस मामले की खबर जैसे ही हिंदू जागरण मंच तक पहुंची तो उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर आरोपी दंपति को गिरफ्तार करवाया।
धर्मांतरण का यह मामला तब उजागर हुआ जब मजदूर परिवार की महिला गौरीबाई ने शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि जॉनी और उनकी पत्नी शैली उन्हें और उनके परिवार को ईसाई धर्म अपनाने के लिए पैसे और नौकरी का लालच दे रहे थे। हिंदू जागरण मंच के संयोजक राजकुमार टेटवाल और मानसिंह राजावत को स्कीम नंबर 136 में धर्मांतरण गतिविधि की सूचना मिली। वहां पहुंचकर उन्होंने दंपति को रंगे हाथों पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया।
पूछताछ के दौरान जॉनी और शैली ने स्वीकार किया कि वह केरल के निवासी हैं और धर्मांतरण में संलिप्त हैं। गौरीबाई, जो अलीराजपुर के जोबट की मूल निवासी हैं, उन्होंने बताया कि वह इंदौर में रोजगार की तलाश में आई थीं। जॉनी और शैली मजदूर परिवार से एक साल पहले मिले थे और धर्म ग्रंथों के माध्यम से बातचीत शुरू की थी।
सोमवार शाम को, जॉनी और शैली उनके घर आए और परिवार को धर्म परिवर्तन के लिए मनाने लगे। लेकिन जब स्थानीय लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, तब उन्होंने तुरंत हिंदू जागरण मंच को सूचित किया।
पुलिस ने गौरीबाई की शिकायत पर जॉनी और शैली के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
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