मध्य प्रदेश के बहुत से जिलों में डेंगू, चिकनगुनिया और अन्य मौसमी बीमारियों का प्रकोप देखने को मिल रहा है। इस बीमारियों की चपेट में अब बड़वानी जिला भी आ चूका है। जिले में इन दिनों डेंगू, चिकनगुनिया और अन्य मौसमी बीमारियों के मरीज़ो की संख्या बढ़ती जा रही है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण वाले मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है।
प्राप्त सूचना के मुताबिक जिला अस्पताल और निजी चिकित्सा केंद्रों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है, और लगभग हर घर में कोई न कोई बीमार पड़ रहा है। रात की ठंड व दिन की गर्मी के बीच तापमान में आए अंतर से भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। जिससे हजारों लोग बुखार, खांसी, बदन दर्द और गले में खराश जैसी समस्याओं से परेशान हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेखा जमरे के अनुसार, ये लक्षण सामान्य सर्दी, फ्लू और वायरल फीवर के साथ-साथ डेंगू में भी पाए जाते हैं।
बढ़ती भीड़ के बाद टेस्ट के सुझाव
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक यदि किसी मरीज की तबीयत 3-4 दिन बाद भी ठीक नहीं होती है, तो उसे डेंगू की जांच करवानी चाहिए। डॉक्टरों के अनुसार, यदि सर्दी-जुकाम के लक्षण 1 से 4 दिन में ठीक नहीं होते हैं, तो 4 से 6 दिन के भीतर टेस्ट कराकर सही इलाज शुरू करना बेहतर होगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मौसम के प्रतिकूल प्रभाव के कारण रोजाना ओपीडी में मरीजों की संख्या 200-300 से बढ़कर लगभग 600 से अधिक हो गई है। जिलेभर में 33 डेंगू और 11 चिकनगुनिया के मरीज सामने आए हैं।
बढ़ते बीमारियों के मामलो के कारण लोगो की नगर निगम से मांग है की उन्हें छिड़काव अभियान को और तेज करना चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके।