एक बार फिर उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए एक वायरल वीडियो ने फिरोजाबाद के एक अस्पताल में चिकित्सा कर्मियों की गंभीर अनदेखी को उजागर किया है।
बीमार बच्ची को छोड स्टाफ लगा रहा निजी बातो में
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक परेशान पिता अपनी बुखार से तपती बेटी को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचा, लेकिन डॉक्टर्स और नर्सें इलाज की जगह आपसी बातचीत में मग्न थीं। बच्ची उल्टी करते हुए तड़पती रही, मगर मदद के नाम पर कोई हाथ आगे नहीं बढ़ा।
परिजनों के रिकॉर्डिंग करने पर मिली धमकी
परिवार द्वारा अस्पताल की लापरवाही को कैमरे में कैद करने की कोशिश की गई, लेकिन वहां मौजूद स्टाफ ने उल्टे गुस्सा दिखाते हुए वीडियो बंद करने को कहा। नर्स ने रिकॉर्डिंग कर रहे व्यक्ति को धमकाने की भी कोशिश की।
यह वीडियो एक्स प्लॅटफॉम पर एक यूज़र @dbabuadvocate ने साझा किया, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को टैग कर दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पोस्ट में यह भी कहा गया कि बच्ची लगातार एक घंटे तक उल्टी करती रही, लेकिन उसे प्राथमिक उपचार भी नहीं दिया गया।
‼️जिला फिरोजाबाद सरकारी हॉस्पिटल में एक घंटे से एक बच्ची बुखार में तड़पती हुई उलटी करने लगी परन्तु नर्स और डाक्टर अपनी अपनी पंचायत में मस्त थे
‼️पीड़ित द्वारा अस्पताल में वीडियो बनाने पर उल्टा नर्स धमकाते हुए वीडियो बनाने लगी।महिलाओं को नौकरी मिले तो यह पंचायत करती हैं… pic.twitter.com/I2fB13Hlnm
— Adv Deepak Babu (@dbabuadvocate) April 2, 2025
स्टाफ और पिता के बीच गर्म बहस, जिम्मेदार कौन?
रिकॉर्डिंग में पिता का गुस्सा साफ नजर आता है, जो मेडिकल स्टाफ की बेरुखी पर भड़के हुए हैं। वह यह कहते सुनाई देते हैं कि “मैं तुम्हारे मुकाबले ज्यादा शिक्षित हूं और जिम्मेदार भी।” इस पर नर्स अपने अपमान की शिकायत करने लगती है, लेकिन वीडियो में कई अन्य लोग भी पिता के पक्ष में बोलते दिखते हैं।
जिम्मेदारी से भागता नजर आया अस्पताल प्रशासन
वीडियो में अस्पताल के माहौल से साफ जाहिर होता है कि वहां मौजूद स्टाफ अपने दायित्वों से मुंह मोड़ रहा था। बीमार बच्ची की हालत गंभीर थी, लेकिन इलाज की कोई कोशिश नहीं की गई। बाकी मरीजों के परिजन भी स्टाफ की इसी आदत की पुष्टि करते नजर आए।
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