कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसा इसलिए क्योंकि अस्पताल के मुख्य द्वार पर एक नोटिस लगाया गया है, जिसमें लिखा है कि अब मीडिया कर्मी अस्पताल में बिना सिविल सर्जन की अनुमति के प्रवेश नहीं कर सकते। इस नोटिस के मायने यह भी निकले जा सकते है की अगर अस्पताल में किसी अव्यवस्था या संदेहास्पद गतिविधि की जानकारी मिलती है, तो उसके कवरेज के लिए सिविल सर्जन की स्वीकृति लेना अनिवार्य होगा।
अस्पताल में यह नोटिस सिविल सर्जन डॉ. जी. एस. परिहार के नाम से जारी किया गया है, जिससे मीडिया समुदाय में गहरा आक्रोश फैल गया है। हालांकि, मीडिया की नाराजगी और उनसे पूछने के बाद सिविल सर्जन इस मामले में सफाई देते नजर आए। उनका कहना है कि इस नोटिस को किसने लगाया है, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन क्या अस्पताल में बिना अस्पताल प्रशासन की जानकारी के कोई अनजान व्यक्ति नोटिस लगा सकता है।
गौरतलब है कि जिला अस्पताल अक्सर विभिन्न विवादों के कारण खबरों में बना रहता है। कुछ दिन पहले एक महिला डॉक्टर ने सिविल सर्जन डॉ. परिहार पर प्रताड़ना की शिकायत की थी, जो कि बड़ी सुर्खियों में रही।