कुछ दिन पहले शहडोल मेडिकल कॉलेज में वार्मर पर इलाज़ के लिए रखा नवजात झुलस गया था। जिसके बाद यह खबर है की उपचार के दौरान बीते हफ्ते बुधवार को उस बच्चे की माँ की मृत्यु हो गई एवं उस बच्चे की भी मौत हो गई। पढ़े पूरी खबर।
शहडोल मेडिकल कॉलेज में वार्मर पर रखा नवजात झुलसा, थाने पहुंचा मामला
शहडोल: कुछ दिन पहले शहडोल के मेडिकल कॉलेज में जिस नवजात की वार्मर की वजह से झुलसने की खबर आई थी अब उसकी मां की उपचार के दौरान मेडिकल कॉलेज में बीते बुधवार को मृत्यु होने की खबर आ रही है। जिसके चार दिन बाद जिला चिकित्सालय के SNCU वार्ड में भर्ती नवजात ने भी रविवार को दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजनों के आरोप है की दोनों की मौत का जिम्मेदार मेडिकल कॉलेज प्रबंधन हैं। हालांकि, शहडोल मेडिकल कॉलेज इन आरोपों को नकार रहा है।
यह है मामला:
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 23 अगस्त को शहडोल मेडिकल कॉलेज में जयंती पनिका निवासी उफरी ग्राम, थाना ब्यौहारी की डिलीवरी हुई थी। जन्म के बाद बच्चा स्वस्थ था और मां को खून की कमी होने के कारण भर्ती किया गया था। फिर बच्चे को पीलिया बता वार्मर में रख दिया गया था।
जब तीसरे दिन शाम को परिजनों के साथ बच्चे की मां नवजात को स्तनपान कराने गयी तो देखा कि उसके नवजात बच्चे का शरीर झुलसा हुआ था। जिसके बाद परिजनों ने सिकाई के दौरान अधिक हीटिंग से बच्चे का शरीर झुलसने का आरोप मेडिकल कॉलेज पर लगाया था। फिर जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंची, और बच्चे को जिला अस्पताल मे भर्ती करा दिया गया था।
लेकिन नवजात की मां का मेडिकल कॉलेज में ही इलाज चल रहा था क्योकि डॉक्टरों के अनुसार वह महिला एनीमिक थी। इलाज के दौरान बीते बुधवार को उस महिला की मेडिकल कॉलेज मे मृत्यु हो गई। जिसकी बाद मृतिका के परिजनों द्वारा महिला का ठीक से उपचार नहीं करने का आरोप मेडिकल कॉलेज पर लगाया जा रहा है।
परिजनों के मुताबिक बच्चे के जलने के बाद उन्होंने जब विरोध किया और नवजात को जिला अस्पताल लेकर गए, तब से मेडिकल कॉलेज द्वारा महिला का उपचार बंद कर दिया गया था। ठीक तरह से इलाज न होने से उसकी मौत हो गई।
लेकिन मेडिकल कॉलेज इन आरोपों को नकारते हुए कह रहा कि महिला एनीमिक थी और इसी कारण उसकी मृत्यु हुई।