शहडोल के मेडिकल कॉलेज में वार्मर पर इलाज़ के लिए रखा नवजात झुलस गया। जिसके बाद एसएनसीयू वार्ड के कर्मचारियों की लापरवाही पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पढ़े पूरी खबर नीचे।
शहडोल | शहडोल मेडिकल कॉलेज में हाल ही में चौकाने वाली खबर सामने आ रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज के SNCU वार्ड में लापरवाही के चलते 23 अगस्त को जन्मा नवजात गंभीर रूप से झुलस गया। नवजात को फोटोथेरेपी के लिए वार्मर में रखा गया था, लेकिन तापमान ज्यादा होने के कारण उसके पीठ और चेहरे पर फफोले पड़ गए, जो बाद में फूट गए।
23 अगस्त को जन्मा था नवजात:
शहडोल स्थित जयसिंहनगर में रहने वाले पीड़ित परिवार ने बताया को 23 अगस्त को नवजात का जन्म हुआ था। जिसके बाद पीलिया होने की वजह से उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद इलाज के दौरान उसे वार्मर में रखा गया था। वार्मर का तापमान ज्यादा होने के कारण बच्चा झुलस गया। जिसके बाद परिजनों के हंगामा की सूचना पर पुलिस पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना के बाद नवजात को तुरंत इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोहागपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच चालु की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ के मुताबिक वार्मर का तापमान अधिक होने से नवजात के शरीर पर फफोले बन गए।
मेडिकल कॉलेज ने यह दिया बयान:
शहडोल मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. नागेंद्र सिंह ने आरोपों को नकारते हुए बयान दिया कि नवजात को ‘स्टेफाइलोकोकल स्केल्ड स्किन सिंड्रोम’ नामक बीमारी हो सकती है, जिसकी वजह से उसकी त्वचा झुलसी हुई प्रतीत हो रही है। परन्तु परिजनों के मुताबिक त्वचा अधिक हीटिंग के कारण झुलसी है।
सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने बताया कि हंगामे की सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचे और मामले की जांच MLC जिला अस्पताल के डॉक्टर से कराई गई। जो दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।