शहडोल जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, छाटा गांव निवासी संतोष जोगी ओपीएम अमलाई में ठेका मजदूर के तौर पर काम करता था। इन्होने अपनी पत्नी से फोन पर बातचीत के दौरान विवाद के चलते नदी में छलांग लगाकर जान दे दी।
रविवार रात करीब 11 बजे संतोष काम खत्म करके घर लौट रहा था। रास्ते में उसने अपनी पत्नी को फोन किया, लेकिन बातचीत के दौरान बहस हो गई। जब वह जरवाही सोन नदी के पुल पर पहुंचा, तो उसने अपनी मोटरसाइकिल पुल पर खड़ी की और चालू फोन बाइक पर ही छोड़ दिया और नदी में छलांग लगा दी।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना के समय पुल के पास अन्य लोग भी मौजूद थे। संतोष को नदी में कूदते देख उन्होंने उसे बचाने की कोशिश की और पानी में उसकी तलाश की, लेकिन तेज बहाव के कारण कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद लोग पुल पर लौटे और देखा कि संतोष का फोन चालू था, जिसमें उसकी पत्नी अब भी लाइन पर थी। इसी फोन के जरिए मृतक की पहचान हो सकी।
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने बताया कि रात में अंधेरे के कारण खोजबीन में परेशानी आ रही थी। सोमवार सुबह एसडीआरएफ की टीम ने अभियान शुरू किया और घटनास्थल से लगभग आधा किलोमीटर दूर संतोष का शव बरामद किया।
मामले की जांच जारी:
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि नदी में कूदते समय संतोष अपनी पत्नी से फोन पर बात कर रहा था। इस घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है।